आज आपका ब्लॉग देखा बहुत अच्छा लगा.... मेरी कामना है कि आपके शब्दों में नयी ऊर्जा, व्यापक अर्थ और असीम संप्रेषण की संभावनाएं फलीभूत हों जिससे वे जन-सरोकारों की अभिव्यक्ति का समर्थ माध्यम बन सकें.... कभी समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर पधारें......... http://www.hindi-nikash.blogspot.com
जिस तरह टूट के गिरती है एक बूँद आसमान से और ज़िन्दगी बन जाती है, उसी तरह वक़्त के बदन से टूटे हुए एक अक्स हैं हम सब, एक ख्याल हैं हम जिसे अलग अलग नाम दे दिया है...!
खूबसूरत, अद्भुत वाक्यरचना...ब्लॉगिंग में सक्रियता यूं ही बनाए रखें। कभी हमारे चौराहे--www.chauraha1.blogspot.com पर भी आएं.
ReplyDeleteमेरे ही हातों में लिखी है तक़दीर मेरी,
ReplyDeleteऔर मेरी तक़दीर पर ही मेरा जोर नही चलता ।
बहोत अच्छी लगी आपकी रचना । सुंदर रचना के साथ आपका हिन्दी ब्लॉग में स्वागत है । खूब लिखे अच्छा लिखे । हमारे ब्लॉग पर सदर आमंत्रित है ...
आज आपका ब्लॉग देखा बहुत अच्छा लगा.... मेरी कामना है कि आपके शब्दों में नयी ऊर्जा, व्यापक अर्थ और असीम संप्रेषण की संभावनाएं फलीभूत हों जिससे वे जन-सरोकारों की अभिव्यक्ति का समर्थ माध्यम बन सकें....
ReplyDeleteकभी समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर पधारें.........
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सादर-
आनंदकृष्ण, जबलपुर.